लखनऊ (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल जी ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से फिर से भारत को खड़ा करना होगा. आने वाली पीढ़ी शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान बने, इसके लिए भी प्रयास करने की आवश्यकता है. सह सरकार्यवाह शनिवार को अर्जुनगंज के सरसंवा में महामना शिक्षण संस्थान के भूमि पूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि जब तक हिन्दू समाज की स्थिति नहीं बदलेगी, तब तक स्थायी परिवर्तन नहीं आ सकता. समाज से लेना बदले में दस गुना देना यह कृतज्ञता है. समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम भी समाज हित में अपना योगदान दें.
महामना मदन मोहन मालवीय का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वे संस्कृत के विद्वान थे. वे भोजपुरी और ब्रज भाषा में भी कविता करते थे. कथा और पुरोहित का कर्म भी करते थे. अच्छे अधिवक्ता, महान शिक्षाविद व राजनेता भी थे. समाज के बल पर उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय बनाया. महामना की विरासत पर देश को गर्व है. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र डिग्री नहीं एक विचार लेकर निकलते हैं.
सह सरकार्यवाह जी ने कहा कि 1937 में भाऊराव देवरस उत्तर प्रदेश में संघ कार्य शुरू करने लखनऊ आए थे. उनका उद्देश्य बी.कॉम करना नहीं था. पण्डित दीन दयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपयी, अशोक सिंघल व रज्जू भैय्या को उन्होंने ही स्वयंसेवक बनाया.
बिहार के राज्यपाल लाल जी टण्डन ने कहा कि महामना देश में शिक्षा का दीप जलाने वाले स्तम्भ थे. बाबू श्याम सुन्दर दास को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ले जाने के लिए महामना लखनऊ आए थे. साधन की कमी पवित्र कामों में कभी नहीं आती है. पूरा देश आज पुनर्जागरण में लगा है.
केजीएमयू के कुलपति प्रो. एम.एल.बी. भट्ट ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय नि:शुल्क शिक्षा के पक्षधर थे. महामना शिक्षण संस्थान से निर्धन मेधावियों को लाभ मिलेगा. गुणवत्तापरक शिक्षा हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार है.
महामना शिक्षण संस्थान के सचिव रंजीव तिवारी ने कहा कि चार अध्ययन कक्ष, 1 हाल, 1 योग कक्ष, 40 आवासीय कक्ष, 1 प्रशासनिक कक्ष, 1 भोजनालय, 1 पुस्तकालय, 1 दवाखाना, 1 सभागार और दो अतिथि कक्ष बनेंगे. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक अनिल जी, अवध के प्रान्त प्रचारक कौशल जी, सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे.
Source : vskbharat.com