रायपुर. देश की चर्चित टीवी पत्रकार सुश्री अनुराधा प्रसाद का कहना है कि बाजार और तकनीक की चुनौतियों ने पत्रकारिता का जो चेहरा बदला है, उसके कारण पत्रकारों की जिम्मेदारियां और भूमिका बदली हैं. अब जयजयकार और हाहाकार वाली पत्रकारिता के बीच का रास्ता निकालने की जरूरत है ताकि लोकतंत्र का जो विश्वास मीडिया पर बना है, वह और मजबूत हो सके. अनुराधाजी, कुशाभाउ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर से सम्बद्ध पं. दीनदयाल उपाध्याय मानव अध्ययन शोधपीठ तथा छात्र कल्याण न्यास के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय मीडिया—मंथन समारोह के उदघाटन सत्र को संबोधित कर रही थीं.
मीडिया मंथन 2017 Read More