इंदौर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से गौ संवर्धन और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी कार्य कर रहे हैं. इसमें समाज के जागरण व सामाजिक भागीदारी बढ़ाने के लिए विभिन्न आयोजन करते हैं.
पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से इंदौर गौ सेवा विभाग ने नया प्रयोग प्रारंभ किया है. होलिका दहन के अवसर पर पेड़ पौधों को कटने से बचाने के लिए यह प्रयोग प्रारंभ किया गया है. गौसेवा विभाग पिछले 5 साल से गाय के कंडों से होलिका दहन प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है. प्रतियोगिता के माध्यम से वृक्षों को कटने से बचाना, पथिकों को छांव एवं पक्षियों के घोसलों को नष्ट होने से बचाना, पर्यावरण की रक्षा एवं लगातार हो रहे जलस्तर में गिरावट को रोकने के प्रयास किये जा रहे हैं. इस अनूठी पहल से पूरे इंदौर महानगर में गौशालाएं और गौपालक स्वावलंबित और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं. विभाग से जुड़े लोगों का कहना है कि ऐसे कार्यक्रम के माध्यम से पूरे इंदौर में पौधो और पर्यावरण को संरक्षित किया जाएगा.
प्रतियोगिता में शामिल होने के नियम –
1). प्रत्येक नगर, जिला एवं विभाग स्तर पर एक -एक होलिका को प्रथम पुरस्कार दिया जाएगा. इस तरह नगर/खंड स्तर पर 37, जिला स्तर पर 5 एवं विभाग स्तर पर एक होलिका को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.
2). उपहार स्वरूप होलिका समिति/मण्डल के सभी सदस्यों (अधिकतम 5) को 500/- रू मूल्य का गिफ्ट हैंपर (गौ उत्पाद) प्रदान किए जाएंगे.
नियम व शर्तें –
1). यह प्रतियोगिता इंदौर महानगर के उन सभी होलिका मंडल/समीतियों के लिए खुली है जो होलिका दहन देशी गौमाता के कंडों से करेंगे.
2). कम से कम 200 कंडों वाली होलिकाएं ही प्रतियोगिता के लिए पात्र होंगी.
3). होलिका दहन हेतु देशी गौमाता के कंडे गौसेवा विभाग के माध्यम से क्रय करना अनिवार्य रहेगा या गौशाला से सीधे भी कंडे ले सकते हैं, परन्तु प्रतियोगिता में प्रवेश हेतु गौशाला से कंडों के क्रय की रसीद प्रस्तुत करनी होगी.
4). होलिका में लकड़ी का प्रयोग पूर्णतः वर्जित रहेगा तथा लकड़ी के उपयोग पर प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकेंगे.
5). होलिका समिति/मंडल को भाग लेने हेतु अपना रजिस्ट्रेशन होली के 15 दिन पूर्व अर्थात 14/03/2021 से पहले करना होगा.
6). होलिका समिति को न्यूनतम 200 कंडे भी 7 दिन के पूर्व ही क्रय करना होंगे. अन्यथा अन्तिम समय में कंडों की अनुपलब्धता या कमी के लिए होलिका समिति/मंडल स्वयं जिम्मेदार होंगे.
7). होलिका दहन के दिन होलिका का सजा हुआ फोटो एवं दहन के बाद का फोटो होलिका समिति को व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजना होगा.
8). होलिका का सजा हुआ फोटो होलिका के दिन दिनांक 28/03/2021 को शाम 6 बजे से पूर्व व्हाट्सएप ग्रुप पर डालना होगा.
9). आयोजकों द्वारा होलिका का बिना पूर्व सूचना के आकस्मिक निरीक्षण किया जाएगा.
10). पुरस्कारों की घोषणा होलिका दहन के दूसरे दिन की जाएगी, एवं पुरस्कार वितरण गरिमामय कार्यक्रम में सभी प्रतिभागी होलिका समिति/मंडलों को आमंत्रित कर किया जाएगा.
source :- vskbharat