भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?
मुस्लिम आक्रांताओं का अपवाद छोड़ा तो हम सभी मूल निवासी हैं । और जिन्हे ‘आदिवासी’ कहा जाता हैं, वे ‘आदिम युग…
भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…? Read Moreमुस्लिम आक्रांताओं का अपवाद छोड़ा तो हम सभी मूल निवासी हैं । और जिन्हे ‘आदिवासी’ कहा जाता हैं, वे ‘आदिम युग…
भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…? Read Moreबंगाल में भू-आंदोलन के बाद नक्सलवादी आंदोलन लगभग समाप्त हो गया| मगर उसके विश्लेषण से जो बात निकली वो साफ थी की, संथाल आदिवासियों की तरह, भारत के कई राज्यों में अन्य अन्य जनजातीय समाज रहते हैं, जिनकी समस्याओं के रास्ते नई क्रांति फिर पैदा करने की तैयारी की गई |
‘मूलनिवासी’ संकल्पना – वामपंथीयों की देन – वैश्विक षड्यंत्र भाग-३ Read More9 अगस्त का इतिहास बताते समय हमे वर्किंग ग्रूप की 1982 की पहली बैठक का हवाला दिया जाता है, जो की झूठ है |
वैश्विक षड्यंत्र “Indigenous Day” – 9 अगस्त ही क्यों ? भाग-२ Read Moreभारत की जनसंख्या का लगभग 8 प्रतिशत हिस्सा जनजाती समाज है| क्या इस जनजाति समाज को भारत के विरुद्ध खड़ा करने का कोई वैश्विक षड़यंत्र चल रहा है ? …
भारत के जनजाति समाज को तोड़ने का वैश्विक षड्यंत्र – भाग-१ Read MoreShri – Swami Lakshmanananda Sarswati Smruti Din • Vedanta Kesari Swami Laxmanananda Saraswati was brutally killed on the night of August 23, 2008 as he was opposing conversions of hapless tribals …
Stop killing Sadhus _ #StopConversionKilling Read More